नमस्ते दोस्तो, आज हम इस लेख के माध्यम से भारत में कुल कितने राज्य हैं? इस सवाल का देणे वाले है, जिसमे भारत में कुल कितने राज्य हैं, भारत में कितने केंद्रशासित प्रदेश हैं, भारत के राज्य राजधानी के नाम, राज्य राजधानी के नाम ओर स्थापना तिथी। तो चलिये देखते है,
भारत एक प्राचीन सांस्कृतिक परंपरा वाला देश है। उत्तर भारत में आर्यों की उपस्थिति के कारण इसे आर्यावत भी कहा जाता था। भारतवर्ष को इसका नाम राजा भरत की आर्य शाखा से मिला था। उत्तर – पश्चिम की ओर बहने वाली नदी सिंधु कहलाती है। ईरानियों ने सिंधु नदी को हिंदू और भारत को हिंदुस्तान के रूप में संदर्भित किया था। यूनानियों ने सिंधु नदी को सिंधु कहा, जबकि रोमानियाई लोगों ने इसका नाम सिंधुस इंडस ओर भारत को इंडिया रखा था। भारत में कुल कितने राज्य हैं …
Table
भारत के राज्य और राजधानी:
1) भारत की स्वतंत्रता के समय घटक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के गठन की प्रक्रिया के दोरान संस्थानोका एकीकरण किया, जिसमे राजनीति के दो वर्ग मौजूद थे। एक ब्रिटिश प्रांत और दूसरा संस्थान। १९४७ के भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम ने दो संप्रभु राज्यों, भारत और पाकिस्तान का निर्माण किया और संस्थानोको तीन विकल्पों दिये गये थे। जिसमे भारत में शामिल होणा, पाकिस्तान में शामिल होणा या स्वतंत्र रहने का पर्याय दिया गया था। उस समय, भारतीय क्षेत्र में ५५२ संस्थानो मे से ५४९ संस्थान भारत में शामिल हो गए थे। शेष ३ संस्थानोने (हैदराबाद, जूनागढ़ और कश्मीर) भारत में शामिल होने से इनकार कर दिया। जिसके बाद हैदराबाद को पुलिस कारवाई के तहत, जूनागढ़ को संप्रभुता द्वारा और कश्मीर को राजा ने दसतखत करके भारत में मिला लिया था।
2) १५ अगस्त १९४७ को भारत की आजादी के कुछ दिनों बाद भाषा के आधार पर राज्यों के पुनर्गठन की मांग जोर पकड़ने लगी। जिसके बाद १९४८ में भारत सरकार ने एस.के. डार की अध्यक्षता में भाषाई प्रांतीय आयोग की स्थापना की। उस समय आयोग ने भाषा के आधार पर राज्यों के पुनर्गठन को खारिज कर दिया था। इससे लोगों में असंतोष पैदा हो गया। हालाँकि, अक्टूबर १९५३ में, आंध्र प्रदेश (पहला भाषा-आधारित राज्य) को मद्रास राज्य से एक अलग तेलुगु भाषी राज्य बनाना पड़ा। आंध्र प्रदेश के गठन के साथ, भाषाई आधार पर अन्य राज्यों के निर्माण की मांग को बल मिला। इसलिए भारत सरकार ने दिसंबर १९५६ में फजल अली की अध्यक्षता में राज्य पुनर्गठन आयोग की स्थापना की। आयोग ने सितंबर १९५५ में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, और भाषाई आधार पर राज्यों के पुनर्गठन पर सहमत हुए। लेकिन आयोग ने “एक भाषा, एक राज्य” के सिद्धांत को खारिज कर दिया।
परिणामस्वरूप, १ नवंबर १९५६ को भारत में १४ घटक राज्य और ६ केंद्र शासित प्रदेश बनाए गए। १९५६ में राज्यों के बड़े पैमाने पर पुनर्गठन के बावजूद, भारत में जन आंदोलन और राजनीतिक स्थिति में बदलाव जारी रहा। कई राज्यों को भाषा या सांस्कृतिक एकरूपता के आधार पर नए राज्य बनाने के दबाव में विभाजित किया गया। इसके आगे एक एक नए राज्य का निर्माण होता गया।
भारत मे इससे पहले २९ घतक राज्य ओर ६ केंद्र्शाशित प्रदेश थे, लेकीन ३७० हटने के बाद जम्मु- काश्मीर राज्य को दो केंदशासित प्रदेश मे विभाजित किया गया। अब इस समय भारत मे कुल २८ घटक राज्य ओर ८ केंद्रशासित प्रदेश है।
अब हम भारत के वर्तमान २८ घटक राज्यों और ०८ केंद्र शासित प्रदेशों और उनकी राजधानियों पर एक नज़र डालेंगे। जो नीचे दी गई तालिका के अनुसार बने है।
भारत के राज्य और राजधानी के नाम :
क्र. | राज्य | राजधानी | निर्मिती वर्ष |
१ | आंध्रप्रदेश | अमरावती | ०१ ऑक्टोबर १९५३ |
२ | बिहार | पाटणा | ०१ नोव्हेंबर १९५६ |
३ | कर्नाटक | बेंगलोरु | ०१ नोव्हेंबर १९५६ |
४ | आसाम | गुवाहाटी | ०१ नोव्हेंबर १९५६ |
५ | केरळ | तिरुवनंतपुरम | ०१ नोव्हेंबर १९५६ |
६ | मध्यप्रदेश | भोपाळ | ०१ नोव्हेंबर १९५६ |
७ | ओडिसा | भुवनेश्वर | ०१ नोव्हेंबर १९५६ |
८ | राजस्थान | जयपुर | ०१ नोव्हेंबर १९५६ |
९ | तमिळनाडु | चेन्नई | ०१ नोव्हेंबर १९५६ |
१० | उत्तर प्रदेश | लखनऊ | ०१ नोव्हेंबर १९५६ |
११ | पश्चिम बंगाल | कोलकाता | ०१ नोव्हेंबर १९५६ |
१२ | महाराष्ट्र | मुंबई | ०१ मे १९६० |
१३ | गुजराथ | गांधीनगर | ०१ मे १९६० |
१४ | नागालँड | कोहिमा | ०१ डिसेंबर १९६६ |
१५ | पंजाब | चंदिगड | ०१ नोव्हेंबर १९६६ |
१६ | हरियाणा | चंदिगड | ०१ नोव्हेंबर १९६६ |
१७ | हिमाचल प्रदेश | शिमला | २५ जानेवारी १९७१ |
१८ | मेघालय | शिलॉंग | २५ जानेवारी १९७२ |
१९ | मणिपुर | इंफाळ | २५ जानेवारी १९७२ |
२० | त्रिपुरा | आगरतळा | २५ जानेवारी १९७२ |
२१ | सिक्कीम | गंगटोक | २६ एप्रिल १९७५ |
२२ | अरुणाचल प्रदेश | इटानगर | २० फेब्रुवारी १९८७ |
२३ | मिझोरम | ऐझवाल | २० फेब्रुवारी १९८७ |
२४ | गोवा | पणजी | ३० मे १९८७ |
२५ | छत्तीसगड | रायपुर | ०१ नोव्हेंबर २००० |
२६ | उत्तराखंड | डेहराडुन | ०९ नोव्हेंबर २००० |
२७ | झारखंड | रांची | १५ नोव्हेंबर २००० |
२८ | तेलंगणा | हैद्राबाद | ०२ जुन २०१४ |
केंद्रशासित प्रदेश कितने है:
केंद्र सरकार के प्रत्यक्ष नियंत्रण और प्रशासन के अधीन क्षेत्र केंद्र शासित प्रदेश कहलाते हैं। केंद्रशासित प्रदेश विभिन्न उद्देश्यों के लिए बनाए गए हैं। जिनके कूच कारण नीचे दिये गये हैं…
१) राजनयिक और प्रशासनिक कारण.
२) सांस्कृतिक अंतर.
३) सामरिक महत्व.
४)पिछड़े और आदिवासी लोगों की विशेष देखभाल और सुरक्षा.
वर्तमान में भारत में ८ केंद्र शासित प्रदेश हैं। हाल के दिनों में, दो केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख को ५ अगस्त २०१९ को घोषित किया गया था, लेकिन ये केंद्र शासित प्रदेश वास्तव में ३१ अक्टूबर २०१९ को अस्तित्व में आए।
हम नीचे दी गई तालिका के अनुसार केंद्र शासित प्रदेशों के बारे में जानेंगे…
भारत के केंद्रशासित प्रदेश ओर राजधानी के नाम:
क्र. | केंद्रशासित प्रदेश | राजधानी | कार्यकारी मंडळ | निर्मिती वर्ष |
१ | दिल्ली | दिल्ली | अ) नायब राज्यपाल ब) मुख्यमंत्री क) मंत्रिमंडळ | १९५६ |
२ | अंदमान आणि निकोबार बेटे | पोर्ट ब्लेअर | नायब राज्यपाल | १९५६ |
३ | लक्षद्वीप | कवरती | मुख्य प्रशासक | १९५६ |
४ | पॉँडेचेरी | पॉँडेचेरी | अ) नायब राज्यपाल ब) मुख्यमंत्री क) मंत्रिमंडळ | १९६२ |
५ | चंदिगढ | चंदिगढ | मुख्य प्रशासक | १९६६ |
६ | जम्मु- काश्मीर | श्रीनगर | नायब राज्यपाल | ३१ ऑक्टोबर २०१९ |
७ | लडाख | लेह | नायब राज्यपाल | ३१ ऑक्टोबर २०१९ |
८ | दीव – दमण | दीव दमन | मुख्य प्रशासक | २६ जानेवारी २०२० |
भारत में वर्तमान में २८ घटक राज्य और ०८ केंद्र शासित प्रदेश हैं। भारत की राजधानी दिल्ली है, और आर्थिक राजधानी मुंबई है।
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